Happy Teacher’s Day: खान सर हैं आधुनिक चाणक्य जिन्होंने दुनिया में बढ़ाया भारत का गौरव

Happy Teacher’s Day: खान सर हैं आधुनिक चाणक्य जिन्होंने दुनिया में बढ़ाया भारत का गौरव- “मेहनत बता देता है परिणाम कैसा मिलेगा वरणा परिणाम तो बताता ही ही है कि आपका मेहनत कैसा था” अगर आप भी बिहार के चाणक्य कहे जाने वाले खान सर के फैन हैं तो आप इस लाइन को खान सर से जरूर सुने होंगे ।

शिक्षक दिवस क्यों मानते हैं?

शिक्षक दिवस गुरू के सम्मान में मनाया जाने वाला दिन है इस दिन को  फेसटिवल की तरह ही सेलिब्रेट किया जाता है । भारत के पूर्व राष्ट्रपति, विद्वान, दार्शनिक और भारत रत्न से सम्मानित डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन  का जन्म 5 सितंबर 1888 को तमिलनाडु के तिरुमनी में हुआ था। उन्हीं के जन्मदिन को यादगार बनाने और सम्मान में हम टीचर्स डे के रूप में इस तिथि को सेलिब्रेट करते हैं।

कौन हैं खान सर

आज के इस खास दिन पर हम बिहार के महान शिक्षक के बारे में आपको बताते हैं जो आधुनिक बिहार व हिन्दुस्तान को विश्वगुरू बनाने के लिए अगली पीढ़ी को लगातार शिक्षित करने का प्रयाश कर रहे हैं । आज हम बात करने वाले हैं बिहार के साथ साथ भारत के सबसे लोकप्रिय शिक्षक खान सर के बारे में । खान सर पेशे से एक अध्यापक है और खान सर एक यूट्यूब चैनल पर कोचिंग क्लासेज देते है । उनके चैनल का नाम Khan GS Research Centre है ।

क्यों खान सर हैं इतने पॉपुलर 

खान सर ने तमाम मुश्किलों को पार करते हुए एक नई शिक्षा का आंदोलन चलाया जिसके जरिए वह बहुत से गरीब छात्रों के भविष्य को रोशन कर रहे हैं । अपने Youtube चैनल पर खान सर ने 300 के आसपास वीडियो अपलोड कर चुके हैं और उनके चैनल पर 12 मिलियन से भी अधिक सब्सक्राइबर हैं जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है । 

खान सर खान सर का जन्म 1992 में उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में एक मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ था । हालांकि उनके नाम को लेकर लगातार विवाद होता रहा है लेकिन जो लोग उन्हें पसंद करते हैं उन्हें उनके नाम और मजहब से कोई फर्क नहीं पड़ता है । 

एक साथ दो हजार से अधिक बच्चे लेते हैं शिक्षा

काम ही लोगो को पता होगा की खान सर ने अनेक पुस्तके लिखी है जैसे जनरल नॉलिज, और साइंस आदि पुस्तके और इन्होंने उर्दू भाषा में भी पुस्तक लिखी है । ऑनलाइन के साथ साथ खान सर ऑफलाइन भी अपना क्लास पटना में Kisan Cold Storage, Near Sai Mandir, Chak Musallahpur, Bihar 800006 में चलाते हैं । खान सर एक साथ दो हजार से अधिक बच्चों को पढ़ाते हैं और यह संख्या लगातार बढ़ रही है ।

फ़ौज में जाना चाहते थे खान सर 

खान सर को बचपन से ही फौज में जाने का चाहता था फौज के अलावा कुछ सोचा ही नहीं था यही कारण था कि दसवीं पास होने के बाद एनसीसी किया फिर एनडीए लेकिन क़िस्मत को कुछ और ही मंजूर था, मेडिकल अनफिट होने के कारण उनका सिलेक्शन फ़ौज में नहीं हो पाया जिसके बाद उन्होंने शिक्षा का क्षेत्र चुना । खान सर एक माध्यम वर्गीय परिवार से आते हैं ।

खान सर क्वॉलीफिकेशन

खान सर के क्वालिफिकेशन कि बात करें तो सर ने ग्रेजुएशन B.sc से किया है। B.sc में Physics, Chemistry और Math सब्जेक्ट रहा है।  उन्होंने B.sc के बाद M.sc भी किया है ।

खान सर हमेसा से गरीब और माध्यम तबके के बच्चो को शिक्षा देने में रूचि रखते थे और उनका कहना है कि कोई भी भारत का बच्चा पैसे के अभाव में अशिक्षित न रहे सायद यही कारण है कि बड़े बड़े इंस्टिट्यूट से विपरीत इनके संस्थान का शुल्क काफी कम है जिससे कि सभी को शिक्षा प्राप्त हो सके । उनका फी 99 से सुरु होकर 500 तक ही सिमित है जो काफी कम है । 

 

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